हिरणपुर (पाकुड़)। प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में नाम होने के बावजूद घर नहीं मिलने से नाराज़ दर्जनों ग्रामीणों ने मंगलवार को उपायुक्त पाकुड़ से मिलकर अपनी समस्या रखी। तोड़ाई पंचायत के इन ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पंचायत सचिव आवास दिलाने के बदले पैसे की मांग करती है और जिनका पक्का मकान है, उन्हें सूची में ऊपर कर आवास दे दिया जाता है। ग्रामीणों का कहना था कि कई परिवार प्लास्टिक ढककर घरों में रह रहे हैं, लेकिन उन्हें आवास का लाभ नहीं मिल पा रहा है। “हम गरीब हैं, पैसा नहीं दे सकते, इसलिए सचिव नाम आगे नहीं बढ़ाती,” ग्रामीणों ने शिकायत में कहा। बिचौलियों के जरिए वसूली का भी आरोप लगाया गया। ग्रामीणों के साथ पहुंचे हिरणपुर कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मनोवर आलम ने कहा कि कई लाभुकों के घरों की स्थिति बेहद खराब है, फिर भी सूची में उनका नाम नीचे है। “यह जांच का विषय है कि आखिर किस आधार पर अंक दिए जा रहे हैं। जरूरतमंद पीछे और पक्के मकान वाले आगे—यह कैसे?” उन्होंने सवाल उठाया। मनोवर आलम ने बताया कि इस मामले में उन्होंने बीडीओ से भी बात की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने कहा कि बार-बार गुहार लगाने के बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ। मुलाकात के दौरान बुधनी देवी, बनी देवी, राधियां देवी, रूबी देवी, रूपाली देवी, मुंशिया देवी, साबिया देवी, रीटा देवी, कल्पना देवी, प्रकाश रविदास और श्याम चंद रविदास उपस्थित थे। ग्रामीणों ने उपायुक्त से मांग की है कि जांच कर वास्तविक गरीबों को प्राथमिकता देते हुए आवास स्वीकृत किया जाए।














