मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विजन के अनुरूप झारखंड को औद्योगिक, डिजिटल और कौशल विकास के नए आयाम देने की दिशा में एक बड़ी पहल हुई है। राजधानी दिल्ली में उद्योग सचिव अरवा राजकमल और ज़ियाडा (ZIADA) के प्रबंध निदेशक वरुण रंजन ने जापान की तीन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं — JICA, JETRO और NEC के प्रतिनिधियों से रणनीतिक बैठकें कीं। इन बैठकों में झारखंड के विकास में सहयोग को लेकर सकारात्मक और उत्साहजनक संकेत मिले हैं।
औद्योगिक विकास में JICA का सहयोग तय
जापानी अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (JICA) की अपर मुख्य विकास विशेषज्ञ अदिति पुरी के साथ बैठक के दौरान झारखंड की औद्योगिक विकास, स्वास्थ्य अधोसंरचना और कौशल विकास में की जा रही पहलों की भूरी-भूरी प्रशंसा हुई। JICA ने राज्य सरकार के प्रयासों को सराहते हुए झारखंड में रणनीतिक सहयोग की गहरी इच्छा जताई है। भविष्य में कई संयुक्त परियोजनाएं सामने आ सकती हैं।
जापानी निवेशकों से झारखंड को जोड़ेगा JETRO
JETRO इंडिया के मुख्य महानिदेशक सुजुकी ताकाशी के साथ हुई बैठक में राज्य को जापानी निवेशकों से जोड़ने की दिशा में सहमति बनी। JETRO ने झारखंड को उद्योग निवेश का हॉटस्पॉट बताया और आश्वासन दिया कि जापान के निवेशकों को राज्य से जोड़ने के लिए आउटरीच कार्यक्रमों की श्रृंखला चलाई जाएगी। इससे राज्य में विदेशी निवेश के नए दरवाज़े खुल सकते हैं।
NEC के साथ डिजिटल परिवर्तन और तकनीकी सहयोग की संभावना
नई दिल्ली स्थित झारखंड भवन में NEC कॉर्पोरेशन के कॉरपोरेट स्ट्रेटेजी प्रमुख रयोहेई आइबा के साथ हुई बैठक में आईटी सॉल्यूशन, दुर्लभ खनिज खनन में डिजिटल तकनीक, और जापानी भाषा अकादमी की स्थापना पर गहन चर्चा हुई। NEC ने झारखंड की डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन यात्रा में सहयोग की प्रतिबद्धता जताई है, जो राज्य को नई तकनीकी ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।
उद्योग सचिव अरवा राजकमल ने बैठक के बाद कहा
इन बैठकों से यह स्पष्ट है कि झारखंड अब वैश्विक मानचित्र पर एक तेजी से उभरता हुआ निवेश केंद्र बन रहा है। जापानी संस्थाओं के साथ रणनीतिक सहयोग से राज्य में न केवल निवेश बढ़ेगा, बल्कि तकनीकी और मानव संसाधनों के क्षेत्र में भी एक नया युग शुरू होगा।

