बजरंग पंडित
पाकुड़िया, हूल क्रांति की ज्वाला को सहेजते हुए पाकुड़िया प्रखंड ने सोमवार को वीर आदिवासी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। हूल दिवस के पावन अवसर पर सिदो-कान्हू चौक और तलवा चौक पर भव्य श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया, जिसमें जिला परिषद अध्यक्ष जूली हेंब्रम ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। जिप अध्यक्ष जूली हेंब्रम ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा, “सिदो-कान्हू जैसे महान सपूतों के त्याग और बलिदान की गूंज आज भी हमारे हृदयों में जीवित है। 1855 में उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जो बिगुल फूंका, वह केवल विद्रोह नहीं, बल्कि आदिवासी अस्मिता और स्वतंत्रता की अलख थी।”उन्होंने आगे कहा कि हूल आंदोलन ने आने वाली कई पीढ़ियों को संघर्ष की प्रेरणा दी है और हमें गर्व है कि हम ऐसे महान योद्धाओं की धरती पर खड़े हैं। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण, जनप्रतिनिधि, स्कूली छात्र-छात्राएं और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को स्मरण किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नई पीढ़ी को अपने इतिहास और आदिवासी विरासत से जोड़ना था, ताकि वे अपने पूर्वजों की शौर्यगाथा से प्रेरणा लेकर समाज निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा सकें। इस अवसर पर समूचा वातावरण राष्ट्रभक्ति और गर्व की भावना से ओतप्रोत रहा। आदिवासी संस्कृति की गौरवगाथा को सम्मान देने का यह आयोजन, हूल दिवस की भावना को सजीव कर गया।