जलजमाव, गंदगी और लापरवाही ने यात्रियों की मुसीबत बढ़ाई
पाकुड़: रेलवे प्रशासन द्वारा सुविधाओं के लाख दावे किए जाएं, लेकिन हकीकत में पाकुड़ स्टेशन की हालत उन दावों की पोल खोल रही है। प्लेटफॉर्म नंबर एक और दो पर हल्की सी बारिश होते ही पानी जमा हो जाता है, जिससे यात्रियों का आना-जाना बेहद मुश्किल हो गया है।
सबसे चिंताजनक स्थिति आरपीएफ पोस्ट के पास बने फुट ओवरब्रिज के नीचे देखी गई, जहां बारिश का पानी लगातार जमा हो रहा है। यह जलजमाव हाल में प्लेटफार्म पर हुए निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। कहीं जल निकासी की व्यवस्था अधूरी छोड़ी गई है तो कहीं निर्माण के नाम पर खानापूरी कर दी गई। रेलवे द्वारा कराए गए कार्य अब खुद ही अपनी गुणवत्ता पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। प्लेटफार्म पर जलजमाव के चलते यात्रियों को फिसलने का डर बना रहता है, वहीं कीड़े-मकोड़े, मच्छर और मक्खियों की भरमार ने हालात और बदतर कर दिए हैं। इतना ही नहीं, स्टेशन पर बने शौचालयों की हालत बेहद खराब है। नियमित साफ-सफाई नहीं होने से वहां गंदगी का अंबार है। कई जगहों पर यात्री और रेलवे के कुछ स्टाफ खुले में शौच करते देखे जा सकते हैं, जिससे प्लेटफार्म पर गंदा पानी बहता है और भयानक दुर्गंध फैलती है। इस शर्मनाक स्थिति को न आरपीएफ देख रही है, न जीआरपी कोई कार्रवाई कर रही है। इस मुद्दे पर पहले भी खबर प्रकाशित की जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस सुधार नहीं हुआ है। यात्रियों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं, और रेलवे प्रशासन की उदासीनता साफ तौर पर दिख रही है।

