राहुल दास
हिरणपुर (पाकुड़): फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को घाघरजानि स्थित प्रखंड कार्यालय सभागार में पीडीएस डीलरों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) और अंचलाधिकारी (सीओ) ने की। इस दौरान डीलरों को फाइलेरिया बीमारी के लक्षण, इसके कारण, बचाव और दवा सेवन के महत्व की विस्तृत जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि फाइलेरिया संक्रमण कलूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर कच्चे मकानों, गंदे जलजमाव वाले स्थानों और अस्वच्छ वातावरण में पनपता है। संक्रमित व्यक्ति के शरीर में सूजन, हाथ-पैर और अन्य अंगों में विकृति आ सकती है। यह बीमारी लाइलाज मानी जाती है, लेकिन नियमित दवा सेवन और जागरूकता के जरिए इसे फैलने से रोका जा सकता है। प्रखंड में करीब 96 हजार लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सेविका और स्वास्थ्य सहियाएं घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाएंगी। अभियान को सफल बनाने के लिए डीलरों को भी जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने संपर्क में आने वाले लोगों को इस दवा के सेवन के लिए प्रेरित करें। बीडीओ ने कहा कि यह अभियान मलेरिया, कालाजार और पोलियो उन्मूलन की तरह ही है। फाइलेरिया से बचाव के लिए सभी लोगों को दवा सेवन करना अनिवार्य है। दवा पूरी तरह सुरक्षित है और इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। उन्होंने डीलरों से अपील की कि वे लोगों को इस अभियान के प्रति जागरूक करें और किसी भी प्रकार की भ्रांतियों को दूर करें। अंचलाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि इस अभियान के तहत गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलानी है। उन्होंने डीलरों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि सभी पात्र व्यक्ति दवा का सेवन करें। सीओ ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए जल्द ही विभिन्न धर्मों के गुरुओं के साथ बैठक की जाएगी, ताकि उनके माध्यम से भी आम जनता को दवा सेवन के लिए प्रेरित किया जा सके। इस अभियान को व्यापक स्तर पर सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। बीडीओ और सीओ ने स्वयं दवा खाकर उपस्थित डीलरों को भी दवा सेवन के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सुशील कुमार, मीता दास, नारायण भगत, सुनीता देवी, कलाम अंसारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
