पाकुड़। आदि कर्मयोगी अभियान के तहत आयोजित तीन दिवसीय रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रोग्राम का सोमवार को समापन हुआ। कार्यक्रम में उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि सीखकर दूसरों को सिखाना ही सच्चा आदि कर्मयोग है। इसमें कोई बड़ा या छोटा नहीं होता, बल्कि सभी को गांव-गांव जाकर कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहिए। अभियान के तहत 6 से 20 सितंबर तक धोती, साड़ी का राशन कार्ड देखकर वितरण और विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। साथ ही, 60 वर्ष से अधिक आयु के 25 हजार बुजुर्गों की जरूरत के अनुसार सहायक यंत्रों का सर्वे किया जाएगा, जिन्हें दिसंबर में वितरित किया जाएगा। उपायुक्त ने अभियान के उद्देश्यों और लक्ष्यों की जानकारी देते हुए कहा कि इसका मुख्य मकसद जनजातीय समाज को आत्मनिर्भर बनाना, योजनाओं से जोड़ना और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आजीविका और सामाजिक विकास के क्षेत्रों में कार्य किया जाएगा। समापन अवसर पर सभी प्रतिभागी आदि कर्मयोगियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम में सिविल सर्जन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, नगर परिषद प्रशासक, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, वन क्षेत्र पदाधिकारी, नई राहें ट्रस्ट के प्रतिनिधि और प्रखंड स्तरीय मास्टर ट्रेनर उपस्थित थे।
