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February 7, 2025 3:55 am

24वां सोहराय महापर्व पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ मनाया गया।

सतनाम सिंह

पाकुड़। दिनांक 9 जनवरी 2025 को आदिवासी कल्याण बालक छात्रावास, के.के.एम. कॉलेज, पाकुड़ के मैदान में 24वां सोहराय महापर्व पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ धूमधाम से मनाया गया। समारोह का शुभारंभ झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और धनवार विधायक बाबूलाल मरांडी ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में के.के.एम. कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. युगल झा, महिला कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. सुशीला हांसदा, दुर्गा मरांडी, शिबू टुडू, सोनोत सोरेन, परितोष सोरेन, संथाली एल्बम के हीरो पंकज सोरेन और जनजंतु सोरेन शामिल हुए। सभी अतिथियों का स्वागत पारंपरिक आदिवासी रीति-रिवाजों के साथ किया गया। समारोह के दौरान पारंपरिक पूजा-अर्चना का आयोजन नायकी चाँद हांसदा, गुडाम नायकी बबलू हेम्ब्रम, गुडेल अजय मरांडी, और जोगमांझी छोटू टुडू के नेतृत्व में संपन्न हुआ। सोहराय महापर्व आदिवासी समाज का सबसे बड़ा पर्व है, जो पाँच दिनों तक उल्लास और धार्मिक आस्था के साथ मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से पशुओं के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने और सामूहिक एकता को प्रोत्साहित करने का प्रतीक है। कार्यक्रम में छात्रावास के वरिष्ठ छात्र नेता जयसेन सोरेन, उप छात्रनायक जीवन बास्की, छात्र नेता कमल मुर्मू, बालिका छात्रावास से वरिष्ठ छात्रा सुशीला हांसदा, उप छात्रा निकिता हांसदा, एडुवाई सोरेन, राणा हेम्ब्रम, संतोष मरांडी, सुरेश मुर्मू और बोना टुडू की सक्रिय भूमिका रही। इस अवसर पर अतिथियों और छात्रों ने सोहराय पर्व के महत्व और आदिवासी संस्कृति के संरक्षण पर बल दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पारंपरिक नृत्य और गीतों ने पूरे माहौल को और भी जीवंत बना दिया। सोहराय महापर्व का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और यह आयोजन आदिवासी समाज की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक प्रेरणा बना।

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