पाकुड़। उपायुक्त ने प्रोजेक्ट परखा 2.0 के तहत जिले के छात्र-छात्राओं को प्रेरणादायी फिल्म ‘इकबाल’ दिखाई। फिल्म का उद्देश्य बच्चों को यह संदेश देना था कि कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं माननी चाहिए, आलोचनाओं की परवाह किए बिना मेहनत और आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना चाहिए। फिल्म की कहानी एक सुदूर गांव के मूक-बधिर लड़के की है, जो तमाम बाधाओं को पार कर भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने का सपना पूरा करता है। ‘इकबाल’ को सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। यह फिल्म 18 अगस्त 2016 को स्वतंत्रता दिवस फिल्म महोत्सव में भी प्रदर्शित की जा चुकी है, जिसे भारतीय फिल्म महोत्सव निदेशालय और रक्षा मंत्रालय ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था।

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