महिलाओं की बढ़ी भागीदारी, प्रशासन को मिला अखाड़ा समितियों का सम्मान
प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के दिखे पुख्ता इंतजाम।
बजरंग पंडित पाकुड़।
पाकुड़। रामनवमी के शुभ अवसर पर सोमवार को पूरा पाकुड़ शहर राममय हो उठा। ढोल-नगाड़ों, जयकारों और भक्ति के रंग में सराबोर माहौल के बीच शहर में पारंपरिक रामनवमी शोभायात्रा पूरे उत्साह और उल्लास के साथ निकाली गई। चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। जुलूस में इस बार महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। वे बड़ी संख्या में पारंपरिक परिधानों में शामिल हुईं और शोभायात्रा की शोभा बढ़ाई। श्री श्री 108 बजरंगबली अखाड़ा कमेटी के नेतृत्व में शहर के विभिन्न हिस्सों से आई अखाड़ा समितियों ने अपनी कलाओं का प्रदर्शन किया। तलवारबाजी, लाठी खेल और पारंपरिक युद्ध कौशल ने दर्शकों का ध्यान खींचा। जगह-जगह भव्य झांकियों ने रामायण कालीन प्रसंगों को जीवंत कर दिया। विशेष आकर्षण रही शिव तांडव की झांकी, जिसे उत्तर प्रदेश से आई कलाकारों ने प्रस्तुत किया। जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारों से गूंजते माहौल में तिरंगा और भगवा पताकाएं लहराती रहीं। शहर के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात थे। उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, उप विकास आयुक्त महेश संथालिया, अनुमंडल पदाधिकारी साइमन मरांडी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दयानंद आजाद खुद जुलूस मार्ग पर निगरानी करते दिखे। जिला प्रशासन ने हर चौक-चौराहे पर पुख्ता व्यवस्था कर रखी थी। सेवा भावना भी इस बार परिलक्षित हुई। जगह-जगह पंडाल लगाकर श्रद्धालुओं के लिए पानी, शरबत और स्वास्थ्य सहायता की व्यवस्था की गई थी। श्री राम नवमी महोत्सव कमेटी की ओर से पुराने टाउन हॉल के पास विशेष आयोजन कर रामभक्तों के स्वागत में कार्यक्रम आयोजित किया गया।अंत में, अखाड़ा समितियों द्वारा शांतिपूर्ण आयोजन सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन का आभार जताते हुए अधिकारियों को पगड़ी और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। वहीं प्रशासन ने भी बेहतर कलाकारी दिखाने वाले युवाओं को सम्मानित किया। शोभायात्रा दोपहर तीन बजे शुरू हुई और देर रात तक रामभक्ति की गूंज शहर में सुनाई देती रही। भक्तिभाव, परंपरा और सौहार्द का यह संगम लंबे समय तक लोगों के मन में बसा रहेगा।




