इकबाल हुसैन
महेशपुर। त्योहारों की रौनक के बीच वोकल फॉर लोकल की भावना को आगे बढ़ाते हुए महेशपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ. सिद्धार्थ शंकर यादव और अंचल अधिकारी संजय सिन्हा ने शुक्रवार को प्रखंडवासियों से इस दिवाली मिट्टी के दीए जलाने की अपील की। अधिकारियों ने कहा कि विदेशी और चाइनीज लाइट्स की जगह अगर लोग पारंपरिक मिट्टी के दीए जलाएं तो इससे न केवल स्थानीय कुम्हारों को आर्थिक सहारा मिलेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी बड़ा योगदान होगा। डॉ. यादव ने कहा — हमारा उद्देश्य स्थानीय कलाकारों और कुम्हारों को प्रोत्साहित करना है ताकि वे अपने पारंपरिक व्यवसाय को सशक्त बना सकें और आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने बताया कि मिट्टी के दीए पूरी तरह प्राकृतिक और बायोडिग्रेडेबल होते हैं, जो प्रदूषण रहित हैं और भारतीय परंपरा की सुंदर मिसाल पेश करते हैं। अंचल अधिकारी संजय सिन्हा ने भी लोगों से अपील की कि इस बार दिवाली की रोशनी स्थानीय मेहनतकश हाथों से बने मिट्टी के दीयों से जगमगाएं और मेक इन इंडिया अभियान को सफल बनाएं।
स्थानीय को अपनाएं, चाइनीज को भूल जाएं — तभी सच्चे अर्थों में रोशन होगी दिवाली।

