राहुल दास
विजयादशमी के अवसर पर डांगापाड़ा , हिरणपुर सहित सभी मंदिर प्रांगण में महिलाओ ने हर्षोल्लास के साथ सिंदूर खेला की गई। बंगाली परम्परा अनुरूप विजयादशमी के दिन देवी माँ की विदाई की जाती है। इस दिन विदाई के वक्त देवी माँ को सिंदूर , आलता दी जाती है। वही पति की दीर्घायु की कामना करते है। इसी परम्परा को अक्षुण्ण रखते हुए बंगाली समुदाय के लोगो द्वारा सिंदूर खेला को वर्षो से की जाती रही है। दशमी में देवी माँ की बारी विसर्जन के बाद उपस्थित महिलाओ ने देवी माँ की चरणों मे पड़े सिंदूर को एक दूसरे महिलाओ की मांग में भरती है व पति की दीर्घायु की कामना की।डांगापाड़ा स्थित बंगालीपाड़ा मंदिर , मोयरा मोदक मंदिर सहित अन्य मंदिर प्रांगण में इस अवसर पर उत्सव का माहौल बना रहा। जहां महिलाओ ने हर्षोल्लास के साथ महिलाओ के मांग में सिंदूर भर कर पति की दीर्घायु की कामना किया।
