पाकुड़: शुक्रवार शाम 5 बजे से 6 बजे तक रेलवे मेंस यूनियन, पाकुड़ शाखा द्वारा पाकुड़ क्रू लॉबी में रनिंग स्टाफ के बीच एक विक्षोभ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान कर्मचारियों ने रेल प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शन विशेष रूप से सहायक यांत्रिक अभियंता, रामपुरहाट द्वारा बार-बार चार्ज सीट देने, कर्मचारियों को सस्पेंड करने और 9 घंटे से अधिक काम करने के लिए मजबूर करने के विरोध में किया गया। कर्मचारियों ने बताया कि पाकुड़ में वर्षों से रेलवे क्वार्टर की सुविधा नहीं है और स्वीकृत पदों की तुलना में लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलट की संख्या कम होने के कारण कार्यभार अन्य कर्मचारियों पर अधिक पड़ रहा है।
ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन, पाकुड़ शाखा के सचिव संजय कुमार ओझा ने कहा कि रिक्त पदों को लंबे समय से न भरने के कारण कर्मचारियों पर अत्यधिक दबाव है और वे मानसिक रूप से परेशान हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बोनस की राशि भी न्यूनतम वेतन के आधार पर नहीं दी जा रही है। सातवें वेतन आयोग के अनुसार न्यूनतम वेतन 18,000 रुपए है, लेकिन रेलवे अभी भी छठे वेतन आयोग के 7,000 रुपए को आधार मानकर बोनस तय करता है, जिससे कर्मचारियों में हताशा फैली हुई है। इसके अलावा, कर्मचारियों ने सेवानिवृत्त रेल कर्मियों को पुनः बहाल करने का भी विरोध किया और सरकार से अपील की कि खाली पदों पर नए शिक्षित युवाओं को रोजगार दिया जाए। इस मौके पर यूनियन के अध्यक्ष अखिलेश कुमार चौबे और कार्य समिति के सदस्य बिहारी कुमार, प्रीतम कुमार, निलेश प्रकाश, अमर कुमार मल्होत्रा, गौतम कुमार, निरंजन कुमार, रामकुमार यादव, अरुण कुमार सहित अनेक लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, गुड्स ट्रेन मैनेजर और अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
