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November 22, 2024 5:46 pm

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साल में सिर्फ एक बार मिलता है ये मिठाई, स्वाद भी लाजवाब, इसके बिना अधूरी है छठ पूजा

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कैलाश कुमार/ बोकारो.आस्था का महापर्व छठ को लेकर बोकारो के बाजारों में खूब रौनक दिखाई दे रही है.जहां श्रद्धालु उत्साह के साथ छठ पूजा की तैयारी में लगे हैं.ऐसे में बोकारो के सेक्टर 12 दुदींबाग बाजार मे छठ पूजा को देखते हुए विशेष बाजार लगाया गया है.जहां डलिया, सूप ,फल ,और पूजा विधि से जुड़ी डेरों वैरायटी कि बिक्री की जारी है.दुकान के विक्रेता दिलीप ने लोकल 18 झारखंड को बताया कि छठ पर्व में सूर्य देव देवता को विशेष तौर पर मीठा प्रसाद के रूप में यह खास बताशे चढ़ाए जाते हैं.जिसे बोलचाल के भाषा में साचा भी कहा जाता है.जिसे चीनी से खास तैयार किया जाता है

वहीं,साचा बनाने के प्रक्रिया को लेकर दिलीप ने बताया कि सबसे पहले बड़े से पतीले पर खोलते हुए गर्म पानी में चीनी मिलाया जाता है.फिर उसे धीमी आंच पर चाशनी तैयार की जाती है और उसके बाद ठेकवा के आकर के बने लोहे के फ्रेम पर डालकर ठंडा किया जाता है और आखिर में निकाल कर ग्राहक को साचा बताशा दे दिया जाता है. दिलीप ने बताया कि साचा बताशा की खासियत है कि यह सिर्फ छठ पर्व के दौरान बनाया जाता है और 50 किलो चीनी में लगभग 35 किलो साचा बताशा तैयार होते हैं.

सांचा बताशे का है अधिक महत्व
आमतौर पर 1 क्विंटल सांचा बताशे की बिक्री हो जाती है और यह सिर्फ छठ पर्व के दौरान ही बनाया जाता है.वह अपनी दुकान का संचालन सुबह 8:00 बजे से लेकर रात के 9:00 बजे तक करते हैं.वहीं दुकान पर खरीदारी करने आए ग्राहक रूबी देवी ने बताया कि छठ पूजा के दौरान सांचा बताशे का बहुत अधिक महत्व होता है.जहां छठ पर्व के दौरान सुप पर सच्चा बताशा को चढ़ाकर छठी मैया से विशेष मनोकामना मांगी जाती है.

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FIRST PUBLISHED : November 15, 2023, 12:34 IST

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