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आदित्य आनंद/गोड्डा. छठ महापर्व को लेकर बाजारों में गुड़ की बिक्री शुरू हो चुकी है.शुद्धता और पवित्रता का महापर्व छठ में गुड का काफी महत्व होता है.कद्दू भात के दूसरे दिन खरना कीशाम रसिया बनाने की परंपरा है. ऐसे तो रसिया गन्ना के रस से बनाया जाता है. लेकिन कई जगहों पर यह उपलब्ध नहीं होता है. ऐसे में वहां गन्ना के रस से बनने वाले गुड़ का का उपयोग किया जाता है. गुड़ को बनाने की प्रक्रिया के कारण भी इसे काफी शुद्ध माना जाता है.
गोड्डा की हटिया चौक में गुड़ बेचने वाले मुकेश कुमार ने बताया कि खरना के तकरीबन 4 दिन पहले से ही गुड़ की बिक्री शुरू हो चुकी है. लोग अब चीनी के बदले गुड़ का ही इस्तेमाल करना शुरू कर चुके हैं. अभी तक 10 टीन गुड़ की बिक्री कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि इस बार वह भागलपुर केशिवनारायणपुर और देवघर से गिला गुड़ लाए हैंऔर दोनों ही जगहों का गुड़ काफी फ्रेश है. जो कि इस बार 50 से 55 रुपए किलो तक बिक रहा है.
लोगों को ये गुड़ आ रहा है काफी पसंद
रसिया बनाने के लिएजिले भर के लोगगुड़ ले जाते हैं. वहीं भोजन में मीठा के रूप में इस्तेमाल करने के लिए लोग सुखा गुड़ जिसे क्षेत्रीय भाषा में ढेला गुड़ कहते है. वह 70 रुपए किलो के दर से बेचा जा रहा है. वहीं दूसरी दुकानदार अनिल कुमार ने बताया कि छठ पर्व के अंत तक वह अपने दुकान में तकरीबन 25 से 30 दिन गुड बेच लेता है और पूरे बाजार में तकरीबन दर्जनों गुड़ की दुकान रहते हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 16, 2023, 09:49 IST
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