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कैलाश कुमार/ बोकारो.लोक संगीत हमारीसांस्कृतिक और परंपरिक धरोहर के रूप में है.जिससे हमारीपहचान भीजागृत होती है. जब भी लोक गीतों की बात होती है तो लोक कलाकार की चर्चा आ ही जाती है. ऐसे ही स्टील सिटी बोकारो की लोक गायिका चंदन तिवारी ने आज अपने सुर के बदौलत दुनिया भर में ख्याति प्राप्त की है. लोकगीत के क्षेत्र में उनके काम को देखते हुए साल2018 में उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.
छठ पर्व के मद्देनजर नजर लोक गीत की प्रासिंगकता बढ़ जाती है. ऐसे में लोकल 18 चंदन तिवारी से खास बातचीत की. इस दौरान चंदन ने छठ के लोग गीत भी गुनगुनाए. मुल रूप से बिहार के भोजपुर की रहने वाली चंदन तिवारी ने बताया कि छठ के सभी गीत उनके काफी करीब हैं. उनकी मां लोक गीत गाया करती थी. चंदन मां रेखा जीसे शारदा सिन्हा, भरत शर्मा आदि के गीत सुना करती थी. तभी से लोक गीतों की ओर रुझान हुआ. गीतों की इनकी पहली गुरू मां ही हैं.
500 से अधिक लोक गीत गा चुकी हैं
चंदन तिवारी ने बताया कि उनकी मां छठ किया करती थी. इस दौरान वह घर पर मां की मदद किया करती थी. लेकिन मां के गुजर जाने के बाद छठ पर अपने आपको व्यस्त रखने के लिए छठ के दौरान प्रोग्राम किया करती हैं. पुराबियातान के नाम से चंदन का यूट्यूब चैनल भी है. जिसपर उनके 500 से अधिक लोक गीत के वीडियो हैं. चैनल पर फिलहाल तरीब 2.25 लाखसब्सक्राइबर्स है. चंदन ने लोक गीत में करियर बनाने वाले न्यू कमर को संदेश देते हुए कहा कि भोजपुरी के अच्छे-अच्छे गीत गायइये और लोगों को मनोरंजन करिए.
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FIRST PUBLISHED : November 16, 2023, 15:20 IST
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