सत्य सनातन संस्था की और से रथमेला मैदान में होलिका दहन संपन्न, सैकड़ो लोगों ने लगाई फेरी, होली के गीत से सरोवर हुआ पाकुड़ शहर
राजकुमार भगत
पाकुड़ : सत्य सनातन संस्था पाकुड़ की और से स्थानीय रथ मेला मैदान में होली महापर्व के मद्देनजर गुरुवार को होलिका दहन उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर सत्य सनातन संस्था की ओर से होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें होली भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। अबीर गुलाल लगाई गई। पाकुड़ एवं पाकुड़ जिले के बाहर से आए वक्ताओं ने होली उत्सव एवं होलिका दहन के कथा को दर्शकों के बीच रखा। बताया गया कि किस प्रकार से हिरंकाश्यप ने भक्त प्रहलाद को हरि नाम से दूर रखने का प्रयास किया गया। काफी यातना देने के बाद भी भक्त प्रहलाद का बाल बांका नहीं हुआ। अंत में होलिका ने अपने गोद पर लेकर आग से उसे जला देना चाहा! पर होलीका खुद जल गई और भक्त प्रहलाद बच गए। बताया जाता है इसी खुशी में प्रत्येक वर्ष होलिका दहन के बाद होली का उत्सव मनाया जाता रहा है। सनातन संस्था के अध्यक्ष रंजीत कुमार चौबे ने बताया विगत छः वर्षों से होलिका दहन कार्यक्रम रथ मेला मैदान में होते चल रहा है।, इसी निमित प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी होलिका दहन का कार्यक्रम भव्य रूप से वैदिक पूजा – पद्धति एवं मंत्रोच्चारण के साथ किया गया । होलिका दहन संस्था द्वारा धूमधाम से मनाया गया। होलिका दहन के साथ ही वहां जुटे भक्तों ने होलिका के चारों ओर फेरी लगाई ।हर हर महादेव के नारे लगाए। श्री चौबे ने पाकुड़ वासियों से अनुरोध किया वह शांति और सौहार्द पूर्ण वातावरण में होली उत्सव घर परिवार के साथ मनाएं ।उन्होंने सभी की मंगल कामनाएं की। मौके पर राजेश कुमार यादव सहित संस्था के सभी सदस्य उत्साह पूर्ण वातावरण में अपने दायित्व का निर्वहन किया। स्थानीय रथ मेला मैदान में होली महापर्व के मद्देनजर गुरुवार को होलिका दहन उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर सत्य सनातन संस्था की ओर से होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें होली भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। अबीर गुलाल लगाई गई। पाकुड़ एवं पाकुड़ जिले के बाहर से आए वक्ताओं ने होली उत्सव एवं होलिका दहन के कथा को दर्शकों के बीच रखा। बताया गया कि किस प्रकार से हिरंकाश्यप ने भक्त प्रहलाद को हरि नाम से दूर रखने का प्रयास किया गया। काफी यातना देने के बाद भी भक्त प्रहलाद का बाल बांका नहीं हुआ। अंत में होलिका ने अपने गोद पर लेकर आग से उसे जला देना चाहा! पर होलीका खुद जल गई और भक्त प्रहलाद बच गए। बताया जाता है इसी खुशी में प्रत्येक वर्ष होलिका दहन के बाद होली का उत्सव मनाया जाता रहा है। सनातन संस्था के अध्यक्ष रंजीत कुमार चौबे ने बताया विगत छः वर्षों से होलिका दहन कार्यक्रम रथ मेला मैदान में होते चल रहा है।, इसी निमित प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी होलिका दहन का कार्यक्रम भव्य रूप से वैदिक पूजा – पद्धति एवं मंत्रोच्चारण के साथ किया गया । होलिका दहन संस्था द्वारा धूमधाम से मनाया गया। होलिका दहन के साथ ही वहां जुटे भक्तों ने होलिका के चारों ओर फेरी लगाई ।हर हर महादेव के नारे लगाए। श्री चौबे ने पाकुड़ वासियों से अनुरोध किया वह शांति और सौहार्द पूर्ण वातावरण में होली उत्सव घर परिवार के साथ मनाएं ।उन्होंने सभी की मंगल कामनाएं की। मौके पर राजेश कुमार यादव सहित संस्था के सभी सदस्य उत्साह पूर्ण वातावरण में अपने दायित्व का निर्वहन किया।