इकबाल हुसैन
पाकुड़िया स्थित मोँगलाबांध निवासी नवनियुक्त परगना विक्रम टुडू के आवासीय परिसर में रविवार को 169 वाँ संताल परगना स्थापना दिवस सह मांझी परगना मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इसके पूर्व सबो ने पाकुड़िया सिदो कान्हु मोड़ स्थित सिदो कान्हु की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सभी ग्राम प्रधानों ने एक स्वर में अपने अपने ग्रामों का उत्थान एवं विकास करने का संकल्प लिया। समारोह की अध्यक्षता लखीराम टुडू कर रहे थे। मौके पर परगना विक्रम टुडू ने कहा कि संताल आदिवासियों में अपने समाज का विकास ,सुरक्षा एवं संस्कृति को मजबूत बनाए रखने के लिए मांझी परगना व्यवस्था कायम है। देश आजादी के पूर्व 1855-56 में संताल हुल क्रांति के फलस्वरूप 22 दिसंबर 1855 को संताल परगना की स्थापना हुई और एक विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के रूप में दर्जा प्राप्त हुआ । हुल क्रांति के परिणाम स्वरूप ही मांझी परगना व्यवस्था को कानूनन प्रशासनिक रूप मिला । समारोह में सभी ग्राम प्रधान सहित आमंत्रित अतिथि के रूप में प्रेम प्रकाश किस्कू,मानिक टुडू,शिव सोरेन,बीरबल सोरेन,सुनील मुर्मू, अविलास मुर्मू,मुन्ना सोरेन,जोगमांझी मरियम हांसदा,प्राणिक लिलमुनि हेंब्रम,परमेश्वर सोरेन,दाऊद हेंब्रम, राधाकांत पाल,जूलियस हेंब्रम,सुभाष किस्कू,रंजन टुडू आदि शामिल थे।

