प्रशांत मंडल
लिट्टीपाड़ा (पाकुड़) प्रखण्ड के बड़ा खांभी गांव के सामुदायिक भवन में बुधवार को पहाड़िया किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों एवं कृषि पदाधिकारीयों द्वारा मोटे अनाज और सोयाबीन की खेती के लिए पहाड़िया किसानों को कृषि के क्षेत्र में ज्यादा आमदनी प्राप्त करने की जानकारियां सहित प्रशिक्षण दी गई।इस प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ संजय कुमार ने सोयाबीन की खेती करने के तकनीकी जानकारी देते हुए किसानों को बताया कि सोयाबीन एक महत्वपूर्ण दलहन खाद्य फसल है। यह शाकाहारी मनुष्यों के लिए इसको मांस भी कहा जाता है क्योंकि इसमें बहुत अधिक प्रोटीन होता है। स्वास्थ्य के लिए एक बहुउपयोगी खाद्य पदार्थ है।वहीं प्रखंड कृषि पदाधिकारी के.सी.दास एवं कृषि वैज्ञानिक अभियंत्रण के सुरेंद्र सिंह मुंडा ने मोटे अनाज की खेती के लिए तकनीकी जानकारी देते हुए बताया कि कम सिंचाई किए जाने पर कम से कम 400 मिलिमीटर वार्षिक बारिश होने से ही इसकी सफल खेती हो जाती है। मोटे अनाज की फसल में रोग एवं कीड़े के प्रकोप नहीं के बराबर होते है। कम पोषक तत्व वाले मिट्टी में इसकी खेती हर तरह से लाभकारी साबित होते है। देखा गया है की मोटा अनाज की खेती से मनुष्य के जीवन व भूमि दोनों को ही फायदा साबित होता है।इस आयोजित प्रशिक्षण में मुख्य रूप से प्रवाह एन.जी.ओ के सीईओ जितेन्द्र कुमार सिंह, एग्रीकल्चर एक्सपर्ट नीतू सिंह,लाईवलीहूड एक्सपर्ट सद्दाम हुसैन, सहित बड़ा खम्भी पहाड़िया ग्राम एवं कई ग्रामों के पहाड़िया किसानों ने प्रशिक्षण में भाग लिया।