सिविल सर्जन डॉक्टर मंटू कुमार टेकरीवाल ने खाद्य करोबारियों का स्वागत किया एवं इसकी महत्ता पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि होटल, रेस्टोरेंट में भोजन बनाते समय स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। खाद्य पदार्थ तैयार करते समय एप्रोन, टोपी, मास्क आदि का उपयोग करना चाहिए तथा मिठाई दुकानदारों को खाद्य रंग सिमित मात्रा में करना चाहिए।
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि खाद्य प्रतिष्ठानों में हाइजीन रेटिंग किया जाना है, फोस्टेक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर खाद्य कारोबारी द्वारा खाद्य सुरक्षा के मापदंडों को पूरा करने में सहुलियत होगी ताकि हाइजीन रेटिंग में खाद्य प्रतिष्ठान को अच्छा रेटिंग मिल सके। तले भुने हुए गर्म खाद्य पदार्थ जैसे समोसे पकोड़े जलेबी कचरी बड़ा आदि को अखबार प्रिंटेड पेपर एवं पॉलीथिन में नहीं देना चाहिए। अरोमा शिक्षा के मास्टर ट्रेनर विवेक कुमार पाठक के द्वारा बताया गया की खाद्य पदार्थों को सुव्यवस्थित रखना, समय पर हाथ धोने, कीटों से बचाव, कच्चा एवं पका भोजन को अलग-अलग रखने तथा कचरे का निपटान के तरीका बताएं। साथ ही खतरों से भोजन को बचाने के तरीके, वेज नॉनवेज लोगों और खाद्य सुरक्षा के नए नियमों से भी अवगत कराया गया।
