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May 19, 2025 7:56 pm

सहियाओं को आईआरएस कीटनाशक छिड़काव का प्रशिक्षण दिया गया, 18 मार्च से शुरू होगा छिड़काव।

अब्दुल अंसारी

पाकुड़िया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाकुड़िया में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ भरत भूषण भगत की अध्यक्षता में आईआरएस प्रथम चरण कीटनाशक छिड़काव से संबंधित 18 प्रभावीत गांव की सहियाओ को शनिवार को प्रशिक्षण दिया गया । प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया गया की प्रखंड के कुल 18 कालाजार प्रभावित गांवों में आई आर एस स्प्रे के तहत सिंथेटिक पिरोथ्रोड 5 प्रतिशत नामक कीटनाशक का छिड़काव 18 मार्च से शुरू किया जाएगा । प्रशिक्षण के दौरान छिड़काव से संबंधित टेक्निकल एवं कीटनाशक के महत्व के बारे में बताया गया । उन्होंने बताया कि कालाजार संक्रमित मादा बालू मक्खी के काटने से फैलता है जिसमें दो सप्ताह से अधिक बुखार वाले मरीज को मलेरिया रोधी दवा खाने पर भी ठीक नहीं हो रहा हो, भूख नहीं लगना, वजन घट जाना, खून की कमी हो जाना, पिलहा का आकार बढ़ जाना एवं चमड़े का रंग काला हो जाना कालाजार का मुख्य लक्षण है । ऐसे मरीजों का सरकारी अस्पताल में जांच एवं इलाज मुफ्त में किया जाता है ।साथ ही रोगी को 6600 श्रम क्षतिपूर्ति राशि तथा चमड़े वाले रोगी को 4000 रुपयेश्रम क्षतिपूर्ति दी जाती है| इस दौरान सभी सहियाओ को कीटनाशक छिड़काव के महत्ता को बताया गया । एस पी 5 प्रतिशत नामक कीटनाशक को घर के सभी कमरो मे छिडकाव करने से कालाजार रोग के उत्तरदायी बालु मखी मर जाती है । यह कीटनाशक का प्रभाव 75 दिन तक दीवाल मे रहता है, साल मे दो बार कीटनाशक का छिडकाव जरूर अपने घर के सभी कमरो मे करना चाहिए ताकि कालाजार जैसे गंभीर रोग से बचा जा सके। यह कीटनाशक घर के सभी कमरों में जैसे खाना बनाने वाला कमरा, सोने वाला कमरा,पूजा घर एवं गौशाला में छिड़काव करने से कालाजार रोग फैलाने वाले बालू मक्खी मर जाती हैl मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ भरत भूषण भगत , केटीएस संजय मुर्मू , प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक प्रभात दास , बी टी टी रायमुनि मुर्मू एवं सभी कालाजार प्रभावीट गांव की सहिया उपस्थित थी ।

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