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शिखा श्रेया/ रांची. एक कहावत बड़ा प्रचलित है कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होते हैं.लेकिन यह बात सिर्फ कहने की नहीं है.बल्कि, इस बात को एक बार फिर से सच कर दिखाया है.झारखंड की राजधानी रांची के सदर अस्पताल के डॉक्टर गुंजेश ने.जिन्होंने सही वक़्त पर खुद ब्लड देकर ब्लड कैंसर से पीड़ित बच्चे की जान बचाई. अब बच्चा पूरी तरह खतरे से बाहर है.
डॉ गुंजेश ने बताया हमारे पास ओपीडी में सिमडेगा से 7 वर्षीय बच्चा जो कि ब्लड कैंसर से पीड़ित है करीब 1 महीने पहले हमारे पास आया था.1 महीने तक ट्रीटमेंट के बाद ऑपरेशन की जरूरत पड़ी. ऑपरेशन के समय इसका हीमोग्लोबिन काफी कम था. करीब 3 पहुंच चुका था.इमरजेंसी में ब्लड की जरूरत थी.लेकिन ब्लड की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी.माता-पिता का भी हीमोग्लोबिन जरूरत से कम होने के वजह से ब्लड डोनर मिलने में काफी परेशानी हो रही थी.
डॉक्टर ने खुद दिया ब्लड
डॉ गुंजेश ने बताया हमारे पास ट्रीटमेंट करने का बहुत समय नहीं था.हमें फॉरेन ट्रीटमेंट करना था.क्योंकि बच्ची की हालत बहुत नाजुक थी.हीमोग्लोबिन ना मिलने के कारण ट्रीटमेंट रुका हुआ था.इसलिए मैंने खुद ही एक यूनिट ब्लड डोनेट किया.जिसके बाद ब्लड बच्चे को चढ़ाया गया और फिर स्थिति बेहतर हुई.अभी बच्चा खतरे से बिल्कुल बाहर है और ट्रीटमेंट जारी है. उन्होंने आगे बताया चुकी पेशेंट का आयुष्मान भारत कार्ड बना हुआ है.इसलिए आयुष्मान भारत योजना का पूरा लाभ मिलेगा और सदर अस्पताल में बिल्कुल निशुल्क इलाज चलेगा. इसके अलावा मैंने अपने व्हाट्सएप ग्रुप में ब्लड डोनेशन की जब बात लिखी. तो कई सारे लोग ब्लड डोनेशन के लिए आगे आए व ब्लड भी डोनेट किया.
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Tags: Jharkhand news, Local18, Ranchi news
FIRST PUBLISHED : November 15, 2023, 14:21 IST
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