पाकुड़। कोरोना काल में बंद हुई ट्रेनों को दोबारा शुरू कराने और पाकुड़ को प्रमुख शहरों से सीधे जोड़ने की मांग को लेकर पाकुड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक को पत्र भेजा है। चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव संजीव खत्री ने बताया कि कोविड-19 से पहले पाकुड़ होकर कई महत्वपूर्ण ट्रेनें चलती थीं, जैसे सियालदह-वाराणसी, सियालदह-आनंद विहार, रांची-कामाख्या एक्सप्रेस, मालदा-जसीडीह पैसेंजर, मालदा-जमालपुर, मालदा-रामपुरहाट और मालदा-बलरामपुर। लेकिन अब या तो इनका संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया है या फिर इनका मार्ग बदल दिया गया है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
संजीव खत्री ने कहा कि पाकुड़ झारखंड का पिछड़ा जिला होने के बावजूद अब तक दिल्ली से रेल मार्ग से नहीं जुड़ सका है। ऐसे में उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि कोविड काल में बंद की गई सभी ट्रेनों को तत्काल बहाल किया जाए। साथ ही पाकुड़ से दिल्ली, पटना और कोलकाता के लिए सीधी ट्रेन सेवा की शुरुआत की जाए ताकि आम जनता, व्यापारी, छात्र, मरीज और नौकरीपेशा लोगों को राहत मिल सके। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने यह भी मांग की है कि मालदा से भागलपुर तक चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को पाकुड़ होकर चलाया जाए, जिससे भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों तक सुगम रेल संपर्क स्थापित हो सके। साथ ही सियालदह-वाराणसी ट्रेन को पूर्व की भांति पाकुड़ होकर चलाया जाए और रांची-कामाख्या एक्सप्रेस को भी इसी रूट पर वापस लाया जाए। इसके अलावा चैंबर ने पाकुड़ स्टेशन को ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत आधुनिक रूप से विकसित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि स्टेशन पर पर्याप्त प्लेटफार्म शेड, एलईडी डिस्प्ले बोर्ड, बैठने की समुचित व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल, शौचालय एवं टिकट काउंटर जैसी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है, जिसे दूर किया जाना जरूरी है।
संजीव खत्री ने पाकुड़-राजमहल-साहिबगंज होते हुए दिल्ली तक एक नई ट्रेन चलाने की भी मांग की है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों को राजधानी से सीधा जोड़ा जा सके। इसके साथ ही उन्होंने पाकुड़-लिट्टीपाड़ा-रामपुरहाट रेल लाइन की योजना को भी प्राथमिकता देने की बात कही है, जिससे क्षेत्र के समग्र विकास में तेजी आएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो चैंबर ऑफ कॉमर्स आंदोलन की राह पकड़ेगा। वहीं, आम जनता भी इस मांग को लेकर एकजुट होती नजर आ रही है और सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को जमकर समर्थन मिल रहा है।
