भोगनाडीह की घटना को लेकर भाजपा का हेमंत सरकार पर तीखा हमला।
पाकुड़। हूल दिवस पर भोगनाडीह में संथालों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस छोड़ने की घटना के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी का आक्रोश मंगलवार को सड़कों पर साफ दिखाई दिया। भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गांधी चौक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और आदिवासी अस्मिता पर हमले का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।
हेमंत सरकार आदिवासी विरोधी मानसिकता की प्रतीक – अमृत पाण्डेय
पुतला दहन के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय ने तीखे शब्दों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर हमला बोलते हुए कहा कि 30 जून को हूल दिवस के मौके पर भोगनाडीह में आदिवासी समाज के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।
उन्होंने कहा, “वीर सिद्धो-कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू और उनके साथियों को पारंपरिक पूजा-अर्चना से रोकना, उन पर लाठीचार्ज और आंसू गैस छोड़ना, यह दर्शाता है कि हेमंत सरकार में आदिवासियों की कोई जगह नहीं है। यह वही मानसिकता है, जो 1855 में अंग्रेजों की थी।”
यह हमला आदिवासी अस्मिता पर, लोकतंत्र पर कुठाराघात
पाण्डेय ने कहा कि हूल दिवस की पवित्रता को रौंदते हुए, सरकार ने संथाल समाज की आत्मा को आहत किया है।
“यह सिर्फ लोगों पर लाठीचार्ज नहीं था, यह आदिवासी अस्मिता पर हमला था। यह भारत के लोकतंत्र पर हमला था। भाजपा इस तानाशाही और दमन के खिलाफ चुप नहीं बैठेगी,” उन्होंने चेताया।
मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग
भाजपा नेताओं ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। पाण्डेय ने कहा, “हेमंत सोरेन को नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा देना चाहिए, नहीं तो भाजपा जनआंदोलन तेज करेगी।”
भाजपा कार्यकर्ताओं की भारी भागीदारी
इस कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष विवेकानंद तिवारी, जिला महामंत्री रूपेश भगत, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र त्रिवेदी, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष दीपक साह, नगर अध्यक्ष सोहन मंडल, आईटी सेल संयोजक पार्थ रक्षित, सोशल मीडिया प्रभारी जयंत मंडल सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।