452 वोट मिले, विपक्षी सुदर्शन रेड्डी को केवल 300, 15 वोट अमान्य
नई दिल्ली। भारत को नया उपराष्ट्रपति मिल गया है। एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में भारी जीत दर्ज की। उन्हें 452 वोट मिले, जबकि विपक्षी उम्मीदवार न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सुदर्शन रेड्डी को केवल 300 वोट ही मिल पाए। इस चुनाव में 15 वोट अमान्य पाए गए।
कुल 785 सांसदों में से 769 ने मतदान किया और मतदान प्रतिशत लगभग 98% रहा। मतदान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चला। इसके बाद छह बजे से मतगणना शुरू हुई और थोड़ी देर में परिणाम घोषित कर दिए गए। इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य मतदान करते हैं तथा इसमें व्हिप जारी नहीं होता।
एनडीए ने पहले से अपनी रणनीति पुख्ता कर ली थी। यूपी और महाराष्ट्र के सांसदों की बैठक केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और भूपेंद्र यादव के आवास पर हुई, जबकि बिहार व झारखंड के सांसद गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के घर जुटे। कई जगहों पर क्रॉस वोटिंग हुई, जबकि विपक्ष को 15 अमान्य वोटों का झटका लगा।
विपक्ष ने इस चुनाव को वैचारिक लड़ाई करार दिया था और कहा था कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान की रक्षा का चुनाव है। लेकिन एनडीए और उसके सहयोगियों के पास पर्याप्त संख्याबल होने से परिणाम लगभग तय माना जा रहा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत सभी प्रमुख सांसदों ने मतदान किया।
सी.पी. राधाकृष्णन का राजनीति में लंबा अनुभव है। वे दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और संगठनात्मक स्तर पर बीजेपी को मजबूत करने में उनकी अहम भूमिका रही है। वर्तमान में वे महाराष्ट्र के राज्यपाल थे। अब वे भारत के 15वें उपराष्ट्रपति बनेंगे और राज्यसभा के सभापति की जिम्मेदारी संभालेंगे।