अक्षय कुमार की रिपोर्ट
ललपनिया। होलिकादहन का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और फाल्गुन पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार होलिकादहन के शुभ मुहूर्त को लेकर पंडित परमानंद तिवारी ने जानकारी दी है।
पंडित तिवारी के अनुसार, होलिकादहन के लिए तीन महत्वपूर्ण नियमों का पालन किया जाना चाहिए:
- फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा तिथि हो।
- रात्रि का समय हो।
- भद्रा समाप्त हो चुकी हो।
इन नियमों के अनुसार, इस वर्ष 13 मार्च, गुरुवार को रात्रि 10:37 बजे के बाद होलिकादहन का शुभ मुहूर्त रहेगा।
काशी की परंपरा: 14 मार्च को रंग की होली
काशी की परंपरा के अनुसार रंग की होली, यानी धुलेंडी का पर्व 14 मार्च, शुक्रवार को मनाया जाएगा।
धुर्रेडी का पर्व: 15 मार्च को सर्वत्र रंगोत्सव
शास्त्रों के अनुसार, चैत्र प्रतिपदा (उदया तिथि) में ही धुलेंडी का पर्व मनाना उचित माना गया है। अतः काशी क्षेत्र को छोड़कर अन्य स्थानों पर 15 मार्च, शनिवार को होली मनाई जाएगी।
सधन्यवाद।
आलेख_पंo परमानंद तिवारी ललपनिया,बोकारो।
