पाकुड़। उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला खनन टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में अवैध खनन, परिवहन और भंडारण पर रोकथाम को लेकर विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि कोयला खनन से राजस्व में वृद्धि हुई है, जबकि पिछले वर्ष की तुलना में पत्थर डिस्पैच में गिरावट आई है, जिससे राजस्व पर असर पड़ा है। इस पर उपायुक्त ने कहा कि जिन खदानों में पत्थर का डिस्पैच 50 प्रतिशत से कम है, वहां के लीसी से बैठक कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि जिला प्रशासन अवैध खनन पर जीरो टॉलरेंस नीति पर काम करेगा। उन्होंने खनन टास्क फोर्स टीम को कोयला, बालू और पत्थर का अवैध परिवहन रोकने के लिए संयुक्त जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया। साथ ही सभी चेकपोस्ट पर सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त करने को कहा।
उन्होंने अंचल अधिकारियों और थाना प्रभारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अपने क्षेत्र में खनन माफियाओं पर प्रभावी कार्रवाई करें। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषी संचालकों, वाहन मालिकों और संबंधित लोगों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त ने खनन, पुलिस, परिवहन और प्रदूषण नियंत्रण विभागों को आपसी तालमेल के साथ अभियान चलाने का निर्देश दिया, ताकि खनिज संपदा की सुरक्षा, राजस्व वृद्धि और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।
बैठक में पुलिस अधीक्षक निधि द्विवेदी ने सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिया कि वे प्रतिदिन अपने-अपने चेकनाका का औचक निरीक्षण करें और अवैध कोयला, पत्थर एवं बालू परिवहन पर कड़ी निगरानी रखें। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को समन्वय बनाकर लगातार छापेमारी अभियान चलाने को कहा, ताकि अवैध खनन करने वालों पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके।













