जिला ब्यूरो -अमित चौधरी।
साहिबगंज:-राजमहल लोकसभा
चुनाव-2024 के तहत अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 01 राजमहल लोकसभा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी शुरू होने के बाद लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में होने वाले राजमहल लोकसभा क्षेत्र के लिए अधिसूचना मंगलवार को जारी होने के साथ ही साहिबगंज में उम्मीदवारों की नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी है। नामांकन शुरू होने के पश्चात शुक्रवार को भी राजमहल लोकसभा सीट से गठबंधन के जेएमएम प्रत्याशी विजय कुमार हांसदा ने अपना नामांकन पत्र भरा साथ ही निवार्ची पदाधिकारी हेमंत सती के समक्ष अपना नामांकन -प्रपत्र दाखिल किया। बताते चले कि गठबंधन के जेएमएम प्रत्याशी विजय कुमार हांसदा ने अपना नामांकन प्रपत्र दाखिल करने के बाद। शहर के नगर थाना अंतर्गत रेलवे फील्ड पहुंच अपने कार्यक्रम में शामिल होने के बाद केंद्र के मौजूदा भाजपा सरकार पर अपना आक्रोश प्रकट करते हुए
बढ़ती महंगाई,बेरोजगारी,गैस सिलेंडर के बढ़ते दाम,पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी,देश में बढ़ते भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष पार्टी भाजपा पर जमकर बरसे। कार्यक्रम के दौरान मंच टूटने से अफरा तफरी मच गई,मगर मंच टूटने के दौरान कोई जख्मी होने की सूचना नहीं है और कार्यकर्म शुरू रहा।कार्यक्रम जारी के दौरान ही पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन एवं पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी काल्पनिक सोरेन और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने मौजूदा केंद्र में रहे भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा वहीं कल्पना सोरेन ने भी जय जोहार जय झारखंड कहते हुए कार्यकर्ताओं से अपील किया ,आगे हेमलाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को चुनाव प्रचार के लिए रिहाई के आदेश दिया है। भाजपा नेता बाबूलाल जवाब दें कि सेना घोटाला से जुड़े व्यवसायी अमित अग्रवाल को केंद्रीय वित्तीय मंत्री निर्मला सीतारमण से क्यों मिला रहे थे उनसे गुलदस्ता दिलवा रहे थे। जबकि अमित अग्रवाल के घर से ईडी ने 161 करोड़ बरामद किया था। विधायक दिनेश मरांडी ने कहा कि उनके पिता साइमन मरांडी हमेशा पार्टी का सारथी बने रहे। झामुमो ने राज्य को संवारा। लेकिन भाजपा ने देश व राज्य को लूटने का काम किया। विधायक दीपिका पांडेय ने कहा कि अच्छा हुआ मंच टूट गया। आज नेता, कार्यकर्ता और जनता एक हो गए। संथाल की तीनों सीट जीत कर महागठबंधन की झोली में डालना है। केजरीवाल को कोर्ट ने रिहाई दी इसका मतलब हेमंत सोरेन भी जल्द।निकलने वाले हैं। राज्य की 14 लोकसभा व गांडेय विस को जीत कर इंडिया गठबंधन व हेमंत सोरेन की झोली में डालना है। दीपिका ने सर्वजन पेंशन व अबुआ आवास की लोगों को याद दिलाई। कहा कोंग्रेस की केंद्र में सरकार बनी तो झारखंड की महिलाओं को अधिक पेंशन मिलेगा। विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि इस जंग को जीत कर इंडिया गठबंधन को जितना है। एक तरफ गरीब जनता, किसान, नौजवान, महिलाएं, आदिवासी, दलित व पिछड़े, मजदूर हैं तो दूसरी तरफ मुट्ठी भर अमीर हैं। जिनके इशारे पर मोदी सरकार चल रही है। अब तक के चुनाव में संकेत मिल रहा है कि देश में राहुल गांधी के नेतृत्व में सरकार बनेगी। झारखंड में भी 14 सीट पर जीत मिलेगी। यहां भाजपा को कोई वोट देने वाला नहीं। 10 वर्षों तक मोदी की सरकार रही। किसी गरीब, बेरोगार, किसान का काम नाहीन हुआ। सिर्फ चंद अमीरों का काम हुआ। अडानी व अम्बानी का काम हुआ। देश का नौजवान, किसान, बेरोजगार, मजदूर, महिलाएं इंडिया गठबंधन के साथ हैं। इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो 6 महीने में 30 लाख युवाओं को नौकरी मिलेगी। जिसकी जितनी भागीदारी होगी उसकी उतनी हिस्सेदारी होगी। गठबंधन प्रत्याशी विजय हांसदा ने कहा कि स्टेज टूटा है लेकिन उनका हौंसला नहीं टूटा है। विधायक स्टीफन मरांडी कहा कि लोकसभा चुनाव लोकतंत्र को बचाने व समरसता कायम रखने की लड़ाई है। भाजपा ने अब तक लोगों को बांटना का काम किया है। भाजपा ने चुनाव में नहीं आने देने के लिए हेमंत सोरेन व केजरीवाल को जेल।में डलवाने का काम किया। कहा किसी को जेल में डाल देने से जनता को नहीं दबाया जा सकता। लोग इसका जवाब वोट से देंगे। पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा कि जल्द ही जेल का ताला टूटेगा और हेमंत सोरेन जनता के बीच होंगे। कल्पना ने गठबंधन प्रत्याशी को जिताने की अपील की। सूबे के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि पूरे देश मे इंडिया गठबंधन की लहर है। देश के पीएम नरेंद्र मोदी के जनता से किये गए वादे जुमला साबित हुए हैं। उनका खेल जनता जान गई है। सीएम ने राज्य सरकार की योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने जनता के हितों का ध्यान रखा। तानाशाही भाजपा सरकार के विरोध में अब लोगों को संविधान व लोकतंत्र बचाने के लिए गठबंधन को जितना है। मौके पर जिला अध्यक्ष शाहजहां अंसारी, बरकत खान,एमटी राजा , किताबुद्दीन शेख सहित हजारों हजार की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।