पाकुड़, उपायुक्त मनीष कुमार ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला स्तरीय स्टीयरिंग सह मॉनिटरिंग समिति की बैठक ली और शिक्षा से जुड़े कई अहम मुद्दों की समीक्षा की। उन्होंने विद्यालयों में मध्याह्न भोजन वितरण की नियमितता, खाद्यान्न की समय पर उपलब्धता और छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि अक्टूबर माह से सभी विभाग परिणामोन्मुखी कार्यों पर ध्यान केंद्रित करें, क्योंकि अब हर कार्य का प्रतिफल दिखना आवश्यक है और किसी भी स्तर पर समझौता स्वीकार्य नहीं होगा। बैठक में उन्होंने शिक्षा विभाग को पठन-पाठन की गुणवत्ता सुधारने, अनुपस्थित विद्यार्थियों की सूची नियमित रूप से तैयार कर आवश्यकतानुसार नाम कटौती करने तथा विद्यालयों में प्रोटीनयुक्त मिड-डे मील उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जानकारी दी कि स्कूल ऑफ एक्सीलेंस मॉडल के तहत जिले के चुनिंदा विद्यालयों को सीबीएसई से संबद्ध किया जा रहा है। इसके अलावा जिले में 50 उत्कृष्ट विद्यालयों की सूची तैयार करने और शिक्षा के क्षेत्र में उभर रही यूनिक सक्सेस स्टोरी को चिन्हित करने को कहा। उपायुक्त ने आदि कर्मयोगी अभियान के तहत व्यापक जनजागरूकता चलाने पर भी बल दिया और सभी अधिकारियों से कार्यकुशलता एवं सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने की अपील की।
बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक नयन कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
