बंदियों को मिल रहा अचार-पापड़ और मसाला बनाने का हुनर
पाकुड़: पाकुड़ मंडल कारा के बंदियों को अब आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। सोमवार को उपायुक्त मनीष कुमार ने भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के सहयोग से 20 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम के तहत बंदियों को अचार, पापड़ और मसाला पाउडर बनाने का हुनर सिखाया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह में आरसेटी के निदेशक राजेश कुमार मिश्रा, मंडल कारा के जेल अधीक्षक दिलीप कुमार और वरिष्ठ संकाय अमित कुमार बर्धन भी मौजूद थे। सभी ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
डीसी बोले – हुनर से मिलेगा नया जीवन, बनें स्वावलंबी
उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि जेल में रह रहे बंदियों को इस प्रशिक्षण से आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि हुनर और कौशल के जरिए न केवल वे अपनी पहचान बना सकते हैं, बल्कि जेल से बाहर निकलने के बाद खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। उन्होंने आरसेटी को जेल में इस तरह के प्रशिक्षण लगातार चलाने के निर्देश दिए।
बंदियों को मिलेगी व्यवसाय की पूरी जानकारी
वरिष्ठ संकाय अमित कुमार बर्धन ने कहा कि यह प्रशिक्षण सिर्फ खाना बनाने तक सीमित नहीं है। इसमें बंदियों को विपणन, उद्यमिता, वित्तीय समावेशन, समय प्रबंधन, बैंकिंग, बीमा और प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने जैसे जरूरी विषयों की भी जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि यह सब कुछ जिला प्रशासन के सहयोग से संभव हो पाया है। उन्होंने बंदियों से कहा कि इस मौके का पूरा फायदा उठाएं और अपने जीवन को एक नई दिशा दें।
बंदियों के भविष्य को संवारेगा यह प्रशिक्षण
गौरतलब है कि जिले में पहले से ही कई सखी मंडल की महिलाएं और युवा स्वरोजगार से जुड़कर अच्छी आमदनी कर रहे हैं। अब बंदियों को भी इसी राह पर आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रशासन का मानना है कि अगर बंदियों को सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण मिले, तो वे न केवल अपना जीवन संवार सकते हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं।