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April 27, 2025 8:40 am

योग्य किसानों को फसल बीमा का लाभ दें : उपायुक्त।

एस भगत

उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (खरीफ) 2024 के कार्यान्वयन और निगरानी के लिए जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक हुई। इसमें उपायुक्त ने किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ देने और इसका क्रियान्वयन को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी चंद्रजीत खलखो के द्वारा बताया गया कि बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2024 में बीमीत क्षेत्र तथा फसल आच्छादन क्षेत्र की वैधता की संपुष्टि डीएलएमसी के माध्यम से किये जाने का निर्देश दिया गया है। उक्त पत्र के आलोक में जिला सहकारिता पदाधिकारी, पाकुड़ के द्वारा बताया गया कि खरीफ 2024 में पाकुड़ जिले में खरीफ फसल प्रखंडवार अंतिम आच्छादन प्रतिवेदन के अनुसार धान फसल का कुल आच्छादन 40266 हेक्टेयर है जबकि बीमीत क्षेत्र 115409.52817 हेक्टेयर है। इसमें ऋणी किसानों द्वारा 20050.38705 हेक्टेयर का तथा गैर ऋणी किसानों द्वारा 95359.14112 हेक्टेयर का बीमा कराया गया जो वास्तविक आच्छादन क्षेत्र से (115409.52817-40266 हे0) 75143.52817 हेक्टेयर अधिक है। कुल आच्छादन क्षेत्र से अधिक बीमीत क्षेत्र हो जाने के कारण त्रुटि के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। बजाज एलियांज बीमा कंपनी द्वारा बीमीत कृषकों के बीमीत क्षेत्र के अभिलेखों की जाँच कर त्रुटि का निराकरण किया गया, जिसमें बहुत सारे गैर ऋणी किसान अपने फसल के बीमा करवाने के क्रम में अपनी जमीन को एकड़ के स्थान पर हेक्टेयर अंकित कर दिए थे। बजाज एलियांज बीमा कंपनी द्वारा त्रुटि के निराकरण के पश्चात अंतिम रूप से आँकड़ा उपलब्ध कराया गया है। इसके अनुसार पाकुड जिले में धान फसल हेतु कुल बीमीत क्षेत्र 39229.1036 है जो नेट बोया एरिया 40266 हेक्टेयर से कम है। जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि जिला कृषि पदाधिकारी, पाकुड़ के भदई मकई 2024 के प्रखंडवार आच्छादन प्रतिवेदन के अनुसार पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड में कुल 1576 हेक्टेयर तथा पाकुड़ प्रखंड में कुल 190 हेक्टेयर क्षेत्र में मकई बोई गई थी जबकि उक्त दोनों प्रखंडो में मकई हेतु बीमीत रकवा क्रमशः लिट्टीपाड़ा में 3928.58045 हेक्टेयर तथा पाकुड़ प्रखंड में 3666.64552 हेक्टेयर है जो आच्छादन क्षेत्र से अधिक है। बजाज एलियांज बीमा कंपनी द्वारा सभी आवेदनों के क्वालिटी चेक तथा डुप्लीकेसी चेक के बाद लिट्टीपाड़ा प्रखंड क्षेत्र हेतु 1574.40546 हेक्टेयर तथा पाकुड़ प्रखंड हेतु 189.885 हेक्टेयर क्षेत्र के बीमा को अप्रूव किया गया है जो आच्छादन क्षेत्र की सीमा के अंतर्गत है। पाकुड़ जिले के शेष चार प्रखंडो हिरणपुर, महेशपुर, अमड़ापाड़ा एवं पाकुड़िया में मकई फसल हेतु बीमा क्षेत्र, आच्छादन क्षेत्र की सीमा के अंतर्गत ही है। इसमें उपरोक्त चारों प्रखंडों में मकई फसल हेतु, आच्छादन क्षेत्र से अधिक बीमा नहीं किया गया है। साथ ही बताया कि खरीफ 2024 में ऋणी एवं गैर ऋणी मिलाकर कुल 146690 किसानों (133349 धान हेतु+13341 मकई हेतु) ने बीमा कराया था जिसमें बीमीत रकवा 126386.15117 हेक्टेयर (115409.52817 हे० धान+10976.623 हेक्टेयर मकई) था। बजाज एलियांज बीमा कंपनी द्वारा QC तथा डीडुप्लेसी जाँच के बाद कुल 93024 किसानों (84421 धान हेतु +8603 मकई हेतु) के बीमा को स्वीकृति दी गई है जिसमें कुल आच्छादन क्षेत्र 43164.2566 हेक्टेयर (39229.1036 हेक्टेयर धान+3935.153 हेक्टेयर मकई) है। उपरोक्त आँकड़े कंपनी द्वारा प्रदान किए गए हैं। इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने से कंपनी जिम्मेवार होगी। मौके पर अपर समाहर्ता, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, लैम्पस के प्रतिनिधि, बीमा कंपनी के प्रतिनिधि समेत अन्य उपस्थित थे।

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