सतनाम सिंह
पाकुड़ में जल संचयन के महत्व पर जोर दिया गया, उपायुक्त मनीष कुमार ने जलछाजन योजना के तहत लोगों को जागरूक किया और लाभुकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने जल है तो कल है का नारा लगाया और सभी लोगों से जल की बर्बादी न करने की अपील की। उपायुक्त ने कहा कि पानी बचाना एक मानवता के लिए सबसे बड़ा काम है जो आप कर सकते हैं। जलछाजन मिशन के तहत रविन्द्र भवन से वाटरशेड जागरूकता रथ को उपायुक्त ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मृदा एवं जल संरक्षण हेतु लोगों में जन भागीदारी के माध्यम से जलछाजन के बारे में जागरूकता, ग्रामीणों की सहभागिता बढ़ाने, प्राकृतिक संसाधनों जैसे- उपजाऊ मिट्टी, भू-गर्भ जल, जंगल, पशुधन का उचित प्रबंधन करने तथा खेती एवं आजीविका को बढ़ाकर लोगों के जीवन स्तर में सुधार करना है। उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया ने बताया कि जल संरक्षण आज के दौर की सबसे बड़ी जरूरत है। जल संरक्षण के लिए जन भागीदारी को बढ़ावा देना है ताकि वर्षा जल का संरक्षण कर खेती-बाड़ी और आजीविका को सुनिश्चित किया जा सके।
