मंदिर-मस्जिदों में पोस्टर चिपका धर्म गुरुओं को किया जागरूक
पाकुड़: जन लोक कल्याण परिषद ने जिले में बाल विवाह की रोकथाम के लिए एक जागरूकता अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य अक्षय तृतीया और शादी-ब्याह के मौसम के दौरान बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता फैलाना है। संस्था ने इस प्रयास में विवाह संपन्न कराने वाले पुरोहितों से संपर्क किया है और धर्मगुरुओं का समर्थन भी प्राप्त किया है।संस्था के सचिव सरोज कुमार झा ने बताया कि बाल विवाह एक दंडनीय अपराध है, जिसमें शामिल होने पर सजा और जुर्माना हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि इस अभियान में पंडितों, मौलवियों, पादरियों, कैटरर्स, डेकोरेटर, हलवाई, बैंड बाजा वाले और यहां तक कि विवाह हॉल के मालिकों को भी शामिल किया गया है। इसके साथ ही मंदिरों और मस्जिदों के बाहर बाल विवाह के खिलाफ पोस्टर भी चिपकाए गए हैं, जिन पर स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि यहां बाल विवाह की अनुमति नहीं है।झा ने कहा, “देश में अभी भी बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता की कमी है। हम उम्मीद करते हैं कि इस अभियान के जरिए जिले में इस अक्षय तृतीया पर एक भी बाल विवाह नहीं होगा।