प्रशांत मंडल
लिट्टीपाड़ा: फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने हेतु गुरूवार को लिट्टीपाड़ा प्रखंड कार्यालय के सभागार में अनुमंडल पदाधिकारी साइमन मरांडी की अध्यक्षता में प्रखंड के सभी धर्मों के धर्म गुरुओं यथा पंडित, पुजारी गुरु बाबा, मौलवी, इमाम, चर्च मिशन के सिस्टर एवं समाजसेवियों के साथ बैठक की। बैठक में अभियान को सफल बनाने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी साइमन हेम्ब्रम ने सबों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि प्रखंड क्षेत्र में आगामी 10 से 25 फरवरी तक फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है।लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए ए.एन.एम, स्वास्थ्य सहिया, एम.पी.डब्ल्यू , सी.एच.ओ एवं आंगनबाड़ी सेविका द्वारा दवा खिलाई जा रही है। इस अभियान के तहत लिट्टीपाड़ा प्रखंड को फाइलेरिया रोग मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है।उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए मन्दिरों में आयोजित होने वाले पूजा-अर्चना मस्जिदों में अदा होने वाले नमाज़ और चर्च में आयोजित होने वाले प्रार्थनाओं में सामुहिक रूप से श्रद्धालुओं को फाइलेरिया रोग मुक्त बनाने के लिए जन- जन को जागरूक करते हुए फाइलेरिया से बचाव और दवा खाने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने को कहा गया। वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मुकेश बेसरा ने बताया कि फाइलेरिया को आमतौर पर हांथी पाँव के नाम से जाना जाता है। यह बीमारी मच्छर के काटने से होता है। फाइलेरिया दूसरी सबसे ज्यादा विकलांग एवं कुरूपता कराने वाली बीमारी है। यह शरीर के और भी अंगो को प्रभावित करता है जैसे हाँथ, पैर, स्तन और हाइड्रोसील। इस दवा को दो साल के छोटे बच्चों,गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को यह दवा नहीं देना है। यह दवा खाली पेट नही खानी है। सभी दवाईयों का सेवन एक बार में ही करने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ लोगों पर दवा खाने से मामूली प्रतिकुल प्रभाव हो सकता है जैसे सरदर्द, उल्टी, चक्कर, बुखार, दस्त इत्यादि जिससे घबराने की नही बल्कि खुश होने की जरूरत है क्योकि आपके शरीर के अन्दर के कीड़े फाइलेरियारोधी दवा खाने से मर रहे है।इस बैठक में मुख्य रूप से प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी रफीक आलम, अमिताभ झा, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मानिक चंद्र दास, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी के. सी. दास, महिला पर्यवेक्षिका सोनाली सहित सठिया मिशन की सिस्टर किरण तिर्की, मार्शला एक्का, इमाम और मौलाना ताहिर आलम, शराफत अंसारी मों. मोइनुद्दीन अंसारी, समाजसेवी निज़ाम अंसारी, रशीद अंसारी, मालिक अस्तर, नाजिर हुसैन गुरु बाबा पुजारी जमीन हेम्ब्रम सहित काफ़ी संख्या में सभी धर्मावलंबियों के धर्म गुरु एवं समाजसेवी उपस्थित थे।