राजकुमार भगत
पाकुड़। पल्स पोलियो दो बूंद जिंदगी के अभियान के सफलता को लेकर डॉक्टर एस के झा जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के अध्यक्षता में नगर परिषद स्थित सभागार में एक आवश्यक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से डॉक्टर गुफरान आलम प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पाकुड़, डॉक्टर सीरीश विश्व स्वास्थ्य संगठन,राजकिशोर प्रसाद भी बी डी , विनोद वर्मा अर्बन मैनेजर, फाइन अख्तर एवं कई महिला सुपरवाइजर ने भाग लिया। बैठक को
संबोधन करते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर एस के झा ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 25 से 27 अगस्त तक विशेष पल्स पोलियो अभियान चलाया जाता है। जो केवल दिल्ली झारखंड एवं बिहार में होगी। कहा कि यह एक पोलियो एक लाइलाज बीमारी है । किंतु लगातार पल्स पोलियो अभियान होने से अब इसके मरीज देखने को नहीं मिलते हैं। 2010 में बहुत ही मुश्किल से हमने यह जंग जीती है। फिर भी अभी अभियान जारी है। इस संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉक्टर सिरिश ने सभी सुपरवाइजर को जागरुक करते हुए कहा की पल्स पोलियो अभियान में हमको 100% सफलता हासिल करनी है। 78 बुथ बनाए गए हैं।2023 में 9624 घर भ्रमण कर 11710 बच्चों को पोलियो को फिराक पिलाई गई थी। इस वर्ष हमें काफी मेहनत करनी है। 0 से 7 वर्ष के बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक देनी है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गत वर्ष दीवार लेखन के क्रम में जिसके यहां पर खुराक नहीं दी गई वहां भी “पी “लिख दिया गया। जो बिल्कुल ही गलत है। उन्होंने कहा कि इससे आंकड़ा गलत हो सकता है। और हमारी सारी मेहनत पर पानी फिर सकती है। अतः उन्होंने ऐसा करने के लिए मना करते हुए कहा कि अच्छी प्रकार से प्रशिक्षण प्राप्त कर हमें पल्स पोलियो अभियान को 100% सफल करना है। उन्होंने कहा कि भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान में कुछ मामले पाए गए हैं। इससे हमें भी सचेत रहना चाहिए।
