इकबाल हुसैन
पाकुड़ /महेशपुर :- आदिवासी सिंगल अभियान जिला समिति के द्वारा महेशपुर बीडीओ सिद्धार्थ शंकर यादव को बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के नाम पर एक ज्ञापन सौंपा है । ज्ञापन में उल्लेख किया गया है की संताली भाषा ओलचिकी लिपि को झारखंड की प्रथम राजभाषा बनाया जाय। वही लाबिन मरांडी (जिला अध्यक्ष,जिला सिंगल छात्र मोर्चा अध्यक्ष रूबीलाल किस्कू ,संथाल परगना प्रमंडल महासचिव मदन मुर्मू ने बताया कि झारखंड मुख्य रूप से आदिवासी बहुल राज्य है। संताली भाषा बोलने वालों की संख्या लाखों में है और संताली भाषा की अपनी लिपि (ओलचिकी) है। 2023 में संताली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में भी शामिल किया गया है और 2019 में पाकुड़, साहेबगंज, जामताड़ा में संताली भाषा ओलचिकी लिपि के घंटी आधारित शिक्षक भी उपलब्ध हैं।हम सभी की मांग है कि संविधान के अनुच्छेद 345 के अंतर्गत संताली भाषा ओलचिकी लिपि को झारखंड राज्य की प्रथम राजभाषा तत्काल बनाया जाए और सभी स्कूलों और कॉलेजों में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की जाए।