राजकुमार भगत
पाकुड़ में दुर्गा पूजा की तैयारियां पूरी हो गई हैं। शहर के विभिन्न पूजा पंडालों में मां दुर्गा की कलश स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा की गई है। भगत पाड़ा स्थित सरस्वती पुस्तकालय, बैंक कॉलोनी, हरिनडंगा हाई स्कूल, रेलवे स्टेशन, रेलवे फाटक के समीप, रेलवे कॉलोनी, नारी शक्ति क्लब, शिव शीतला मंदिर, तांती पाड़ा, मिलन मंदिर, काली तल्ला, राजा पाड़ा, सिंह वाहिनी मंदिर, मिस्त्री पड़ा मुड़की मातल्ला, ग्वालपाड़ा, हाट पाड़ा, छोटी अलीगंज हार्तिक्की ताला, महाकाल मंदिर तलवाड़ा, खदान पड़ा, बलिहारपुर मंदिर, शहर कोल आदि में विधिवत पूजा की जा रही है। महाअष्टमी की पूजा कल प्रातः 4:00 बजे से शुरू होगी और 5:00 बजे तक चलेगी। इसके बाद 5:00 बजे से 6:00 बजे के बीच महा अष्टमी की पुष्पांजलि होगी। संधि पूजा शाम 6:20 बजे से 7:10 बजे के बीच आयोजित की जाएगी। महानवमी पूजा शाम 4:30 बजे से शुरू होगी और इसके साथ ही कई पूजा पंडालों में कन्या पूजन का आयोजन भी होगा।
बलिहारपुर में लगभग 300 वर्षों से दुर्गा पूजा हो रही है, जबकि सरस्वती पुस्तकालय भगत पाड़ा की पूजा सैकड़ों वर्षों से होती चली आ रही है। सिंह वाहिनी मंदिर में राजा रजवाड़ा के जमाने से मां दुर्गा की पूजा होती चली आ रही है, जहां मां दुर्गा की अस्थाई प्रतिमा के साथ-साथ स्थाई मंदिर में भी पूजा की जाती है। तलवाड़ांगा महाकाल मंदिर में 108 हाथ वाली अस्थाई प्रतिमा स्थापित है।
