प्रशांत मंडल
लिट्टीपाड़ा (पाकुड़)।स्वास्थ कर्मियों व ग्रामीणों के बीच वार्ता के पश्चात स्वास्थ कर्मी काम पर सोमवार को लौट आये।बिते दिनों 17 फरवरी को झनागाडिया स्कूल में बच्चो को फलेरिया रोधी दवा खिलाने को लेकर ग्रामीणों द्वारा एएनएम के साथ किये अभद्र व्यवहार व मारपीट मामला को लेकर दोनों पक्षों के बीच वार्ता थाना परिसर में सोमवार को एसडीओ साईमन मरांडी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में एसडीपीओ डी एन आजाद, बीडीओ संजय कुमार,इंस्पेक्टर अनिल कुमार,डा. अमीत कुमार,डा.पि. के. बिराजी व समद अली के उपस्थिति में वार्ता हुई। जानकारी के अनुसार स्वास्थ कर्मी व संघ द्वारा लगातार धरना प्रदर्शन कर ,कार्य का बहिष्कार किया जा रहा था जिससे स्वास्थ सेवा प्रभावित हो रहा था। स्वास्थ कर्मी झनागाडिया के घटना में शामिल लोगों को पुलिस द्वारा नही ग्रिफ्तार करने से आक्रोशित थे। स्वास्थ कर्मियों व ग्रामीणों के बीच उभरे झगड़ा को समाप्त कराने के लिए प्रशासन ने स्वास्थ विभाग के पीड़ित कर्मियों के साथ संग़ठन व ग्रामीणों के बीच एक बैठक हुई ।जिसमें दोनों पक्षों की बात सुन गया। एएनएम सिलू सलिनी मुर्मू ने उनके साथ हुए अवद्र व्यवहार व मारपीट की विस्तृत जानकारी उपस्थित एसडीओ ,एसडीपीओ ,बीडीओ सहित अन्य लोगों को दिया। साथ ही दूसरे पक्ष का की भी बात सुनी गई । दोनों पक्षों के बाद सुनने के उपरांत ऑन ड्यूटी स्वास्थ्य कर्मी के ऊपर अभद्र व्यवहार करने का दोषी माना गया। साथ ही निष्कर्ष निकाला गया कि नर्स सीलु सलिनी मुर्मू से दोषी चारों महिला माफी मांगे।सभी अधिकारियो की उपस्थिति में दोषी चारो महिलाओ ने माफी मांगा और आगे ऐसा नही करने का पॉन्ड भरा। साथ कड़ी चेतावनी दिया गया कि आगे झनागाडिया गांव के कोई भी व्यक्ति स्वास्थ कर्मी से अभद्र व्यवहार मारपीट नहीं करेंगे । अगर आगे भी इस तरह की इस गांव से कोई भी व्यक्ति किसी भी कर्मचारी के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं तो प्रखंड से लेकर जिला तक झेनागड़ीया गांव के किसी भी व्यक्ति का इलाज नहीं किया जाएगा ।मौके पर थाना प्रभारी अभिषेक कुमार, ओमप्रकाश पांडेय, जाकिर अंसारी,आलकाश अंसारी सहित सभी स्वास्थ्य कर्मी संघ के लोग मौजूद थे।