पाकुड़। झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) 2013 और 2016 में सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति को लेकर जेटेट उत्तीर्ण शिक्षक बहाली मोर्चा ने रविवार को पाकुड़ जिला मुख्यालय स्थित रानी ज्योतिर्मय स्टेडियम, भगत पाड़ा में एक अहम बैठक की। इस बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री परिमल कुमार ने की। बैठक में जिले भर से हजारों की संख्या में पारा और गैर पारा शिक्षक अभ्यर्थी शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) के विज्ञापन संख्या 13/2023 के तहत प्रस्तावित 26,001 सहायक आचार्य पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया में हो रही देरी के खिलाफ रणनीति बनाना था। श्री कुमार ने कहा कि जनवरी 2025 में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद आयोग और सरकार की उदासीनता स्पष्ट रूप से दिख रही है। आयोग द्वारा जारी परीक्षा कैलेंडर के अनुसार स्नातक प्रशिक्षित पद की परीक्षा का परिणाम नवंबर 2025 और इंटर प्रशिक्षित पद का परिणाम जनवरी 2026 में आने की संभावना है, जो नियुक्ति प्रक्रिया में और देरी का संकेत है। श्री कुमार ने बताया कि कक्षा 6 से 8 के लिए कला एवं विज्ञान विषयों के परीक्षा परिणाम जारी करने में कोई तकनीकी अड़चन नहीं है, फिर भी आयोग की निष्क्रियता चिंता का विषय है। वहीं, रद्द किए गए विषयों – कुरमाली, पंचपरगनिया (कक्षा 1 से 5) और उर्दू (कक्षा 6 से 8) – की पुनर्परीक्षा जून 2025 में कराने की संभावित तिथि घोषित की गई है, जबकि ये परीक्षाएं फरवरी 2025 में रद्द की गई थीं। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नियुक्ति प्रक्रिया की सुस्त गति के विरोध में 20 अप्रैल से प्रदेश स्तर पर व्यापक आंदोलन की शुरुआत की जाएगी, जो नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने तक जारी रहेगा। श्री कुमार ने सभी अभ्यर्थियों से एकजुट रहने और संवैधानिक तरीके से संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया। संघ ने यह भी स्पष्ट किया कि वे आगामी 16 अप्रैल को झारखंड उच्च न्यायालय में होने वाली सुनवाई के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट में चल रहे अवमानना वाद और रिव्यू पिटीशनों में भी तेज-तर्रार अधिवक्ताओं की टीम के जरिए मजबूत पक्ष रखा जाएगा। बैठक में यह भी कहा गया कि यदि 26,001 पदों
