प्रीतम सिंह यादव
पाकुड़ में एक वृद्ध और विकलांग परिवार की दुर्दशा सामने आई है, जो पिछले तीन वर्षों से अंधेरे में जीवन व्यतीत करने को मजबूर है। इस परिवार में 75 वर्षीय बुलू देवी और उनके 50 वर्षीय पुत्र मनोज कुमार राम हैं, जो पैर से विकलांग हैं। दोनों को वृद्धा पेंशन और राशन तक नहीं मिल पाया है। बिजली विभाग द्वारा लगभग 25 से ₹30000 का बिजली बिल बकाया रहने के कारण बिना नोटिस दिए बिजली काट दी गई। इस परिवार को मोहल्ले के लोग भोजन देते हैं, लेकिन उनकी जीवन स्थिति बहुत खराब है। इस मामले में बिजली विभाग के पदाधिकारी शैलेंद्र बेसरा ने कहा है कि वे इस मामले की जांच करेंगे और सच्चाई का पता लगाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बिजली बिल माफ उन्हीं लोगों का हुआ है जिनका प्रति माह 200 यूनिट से कम था। यह मामला हेमंत सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है, जो राज्य में वृद्धों और विकलांगों के लिए बेहतर जीवन स्थिति प्रदान करने का वादा करती है। जरूरत है कि जिला प्रशासन और राज्य सरकार इस मामले में सकारात्मक पहल करें और ऐसे परिवारों को सही से मदद प्रदान करें।