सतनाम सिंह
पाकुड़: पाकुड़ सदर अस्पताल में 7 अक्टूबर को मरीज के परिजनों द्वारा डॉ आनंद और डॉक्टर शाहरुख के साथ मारपीट की गई। मरीज की मृत्यु के बाद परिजनों ने अस्पताल में भीड़ इकट्ठा कर हिंसा की।झारखंड अल्प एवं सामान्य चिकित्सक संघ (झासा) और आईएमए ने इस घटना की निंदा की है और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।48 घंटे बीतने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने पर पाकुड़ जिले के सभी अस्पतालों में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की घोषणा की गई है।राज्य सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो पूरे राज्य में सभी सरकारी चिकित्सक और अस्पताल अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे।कार्य बहिष्कार के दौरान केवल इमरजेंसी सेवाएं ही बहाल रहेंगी।
क्या था मामला?
पाकुड़ सदर अस्पताल, पाकुड़ में दिनांक 7.10.2024 को संध्या 3:00 बजे मरीज के परिजनों द्वारा अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉ आनंद और डॉक्टर शाहरुख के साथ मारपीट की गई। एक मरीज जिसे एडवांस स्टेज का ब्रेस्ट कैंसर था, कैंसर लीवर और फेपडा दोनों में फैल गया था और पेट में एसाइटिस का पानी था। सांस लेने में बहुत ज्यादा दिक्कत होने की शिकायत के साथ दिन के 11:00 बजे भर्ती हुई और चिकित्सकों के द्वारा सारा सपोर्टिव इलाज देने के बावजूद शाम 3:00 बजे उसे बचाया नहीं जा सका। मरीज के परिजनों ने भीड़ इकट्ठा करते हुए अस्पताल में ड्यूटी में मौजूद चिकित्सकों के साथ मारपीट की । उक्त के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई । साथ ही जिला प्रशासन को एवं पुलिस प्रशासन को संबंधित ज्ञापन सौंपा गया। 48 घंटा बीत जाने के बाद भी अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे चिकित्सकों में रोष है। झासा की राज्य इकाई ने इसे प्रशासन की विफलता बताया एवं और राज्य इकाई के निर्देश के आलोक में स्थानीय झासा एवं आई एम ए ने संयुक्त रूप से कल से पाकुड़ जिला के सभी प्राइवेट एवं सरकारी अस्पतालों में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की घोषणा की है। राज्य शासन ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर आरोपियों की गिरफ्तारी 24 घंटे के अंदर नहीं हुई,तो परसों यानि दिनांक 11:10: 2024 से पूरे राज्य के सभी सरकारी चिकित्सक एवं अस्पताल अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे ।कार्य बहिष्कार के दौरान सारी सेवाएं ठप रहेगी केवल इमरजेंसी सेवा पूर्व की तरह बहाल रहेगा.