स्वास्थ्य विभाग ने दिया टिका, लेकिन नहीं हुआ प्रशिक्षण
पाकुड़: हज यात्रा 2025 के लिए पाकुड़ जिले में आयोजित टीकाकरण और प्रशिक्षण शिविर में हज कमिटी के प्रशिक्षक न पहुंचने से हज यात्रियों में नाराजगी का माहौल है। गुरुवार को हरिणडांगा मंसूरी टोला स्थित मदरसा गौशियाँ आश्रफिया दारुल उलूम में यह शिविर आयोजित किया गया था, लेकिन हज कमिटी के प्रशिक्षक न आने से कार्यक्रम प्रभावित हुआ।स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण की प्रक्रिया को सुचारु रूप से चलाया और डॉक्टर शब्बीर अहमद तथा डॉक्टर गुफरान अली के मार्गदर्शन में एएनएम रोशा अरीश टिक्का और मुमताज़ खातून ने हज यात्रियों को पोलियो ड्रॉप, इन्फ्लूएंजा और मेंजायस्टिक वैक्सीनेशन दिया। हालांकि, हज यात्रा के लिए आवश्यक प्रशिक्षण का अभाव साफ देखा गया।इससे पहले, 15 अप्रैल को भी एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें रांची हज कमिटी के प्रशिक्षक नहीं पहुंचे थे और स्थानीय लोगों ने यात्रियों को प्रशिक्षण दिया था।इस पर हज कमिटी के संयोजक आलम ने कहा, “हमें जानकारी मिली थी कि हाजी युसूफ आलम और अबुल खैर हज यात्रियों को प्रशिक्षण देंगे, लेकिन वे नहीं पहुंचे।”यात्रियों ने कहा कि यह दूसरी बार है जब उन्हें हज कमिटी की ओर से धोखा मिला है। “हम बेहद परेशान हैं, दो बार हमारी उम्मीदों को तोड़ा गया है और अब भविष्य के लिए चिंता है,” एक यात्री ने नाम न छापने की शर्त पर कहा।
हज यात्रा 2025 के लिए 10 यात्री जाएंगे
आशिफ आलम ने जानकारी दी कि इस वर्ष पाकुड़ जिले से 10 हज यात्री यात्रा पर जाएंगे, जिनमें 8 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। वे 27 मई को कोलकाता से जेद्दाह के लिए उड़ान भरेंगे, जबकि 25 मई को कोलकाता हज हाउस में रिपोर्ट करेंगे। वापसी 8 जुलाई 2025 को मदीना से कोलकाता होगी।