पाकुड़। पूर्व रेलवे के यातायात निरीक्षक (प्रतीवीक्षक) ज्योतिर्मयी साहा का स्थानांतरण हावड़ा होने पर ईस्टर्न जोनल रेलवे पैसेंजर्स एसोसिएशन हावड़ा मंडल (ईजरप्पा) की ओर से एक भव्य विदाई-सह-सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर रेलवे अधिकारी, कर्मचारी, स्थानीय नागरिकों और ईजरप्पा के सदस्यों ने साहा को भावभीनी विदाई दी और उनके शानदार कार्यकाल की सराहना की।
30 वर्षों की सेवा का हुआ सम्मान
ज्योतिर्मयी साहा विगत 30 वर्षों से पाकुड़ में अपनी सेवाएं दे रहे थे। 1995 में सहायक स्टेशन प्रबंधक के रूप में रामपुरहाट से स्थानांतरित होकर पाकुड़ आए थे। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनके कुशल नेतृत्व में पाकुड़ रेलवे स्टेशन को स्वच्छता, पेयजल व्यवस्था और यात्री सुविधाओं के मामले में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया गया।
समारोह में उमड़ा भावनाओं का सैलाब
कार्यक्रम में ईजरप्पा के अध्यक्ष हिसाबी राय, सचिव राणा शुक्ला, सह सचिव अनिकेत गोस्वामी, स्टेशन प्रबंधक लखीराम हेंब्रम, यातायात निरीक्षक प्रवीण कुमार और नितीश कुमार सहित रेलवे विभाग के कई अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान साहा को शाल, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। फूल-मालाओं से लादे गए साहा की आंखें भी इस मौके पर नम हो गईं।
पूर्व वार्ड पार्षद बेला मजुमदार ने विदाई गीत गाकर माहौल को और भावुक बना दिया। ईजरप्पा के अध्यक्ष हिसाबी राय ने कहा, “साहा जी ने अपने कार्यकाल में जो उत्कृष्ट योगदान दिया है, वह अपूर्व है। उनके बिना रेलवे विभाग और यात्रियों को बड़ी क्षति हुई है।”
साहा ने जताया आभार
इस अवसर पर यातायात निरीक्षक ज्योतिर्मयी साहा ने कहा, “मैंने रेलवे द्वारा सौंपे गए सभी दायित्वों को पूरी ईमानदारी और कर्मठता से निभाया। यहां के रेल यात्रियों, रेल कर्मियों और विशेष रूप से ईजरप्पा हावड़ा मंडल के सदस्यों ने मुझे हमेशा सहयोग दिया, जिसके लिए मैं तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं। पाकुड़ में बिताए 30 साल मानो पलक झपकते ही गुजर गए। यहां की यादें हमेशा मेरे साथ रहेंगी।”
रेलवे सेवा में अमूल्य योगदान
साहा के सम्मान में लखीराम हेंब्रम, प्रवीण कुमार, नितीश कुमार, राणा शुक्ला और अन्य गणमान्य लोगों ने अपने विचार रखे। उन्होंने साहा की कार्यशैली और यात्रियों की सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की।
कार्यक्रम का संचालन अनिकेत गोस्वामी ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन अमित साहा ने किया। इस भावुक पल में ईजरप्पा के कई कार्यकर्ता और स्थानीय गणमान्य लोग उपस्थित थे, जिनमें शीलादित्य मुखर्जी, बेला मजुमदार, अमित साहा, पिन्टू हाजरा, विष्णु भंडारी, राज ठाकुर, बहादुर मंडल, सादेकुल आलम, राजेश रविदास, अक्षय मंडल, संजय राय, अब्दुल अलीम, दिलदार हुसैन, नजरुल शेख और गुलाम अंबिया प्रमुख थे।
रेलवे यात्रियों के लिए अपूरणीय क्षति
इस विदाई समारोह ने यह स्पष्ट कर दिया कि ज्योतिर्मयी साहा की सेवाएं न केवल रेलवे के लिए बल्कि यात्रियों के लिए भी महत्वपूर्ण थीं। उनके समर्पण, अनुशासन और जनसेवा की भावना को हमेशा याद किया जाएगा। ईजरप्पा एवं सभी स्थानीय लोगों ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
