राजकुमार भगत
पाकुड़: दीपावली का पहला चरण धनतेरस शनिवार, 28 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि दोपहर 12:18 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर को दोपहर 1:00 बजे समाप्त होगी। इस दिन शाम 7:16 से 8:20 तक पूजा का विशेष शुभ मुहूर्त है।
बाजार में रौनक।
जिले भर के सभी प्रखंड मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानों में सोना-चांदी, बर्तन, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, कूलर, पंखा और एसी समेत सभी चीजों पर आकर्षक छूट और ऑफर जारी हैं। सोने-चांदी पर 10 से 20 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है।
धनतेरस का महत्व
शास्त्रों के अनुसार धनतेरस को धन्वंतरि जयंती भी कहा जाता है। समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इस दिन माता लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा करने से घर परिवार में धन, वैभव और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
क्या खरीदें और क्या बचें।
धनतेरस पर सोना-चांदी, पीतल और पीतल से बने सामान, झाड़ू, धनिया आदि खरीदना शुभ माना जाता है। वहीं, चीनी मिट्टी, कांच, अल्युमिनियम और लोहे की वस्तुओं की खरीद से बचें। इस साल रेवती नक्षत्र होने के कारण बड़ी संपत्ति की खरीदारी भी टालना शुभ रहेगा।
यमदीप जलाने का महत्व।
धनतेरस पर यमराज की पूजा कर दक्षिण दिशा में दीप जलाने से अकाल मृत्यु से रक्षा होती है। ऐसा माना जाता है कि यमदेव इस दिन प्रसन्न रहते हैं।
नोट: पंचांग के अनुसार, इस साल रोहिणी और पुष्य नक्षत्र का योग नहीं बन रहा है। इसलिए वाहन, लोहे की वस्तुएं या यात्रा के लिए दिन शुभ नहीं माना गया है।













