लिट्टीपाड़ा प्रखंड के कई ऐसे गांव है जहां मनरेगा की योजना में खुल्लम खुल्ला लूट मची हुई है।
हिरणपुर से जितेंद्र यादव की रिपोर्ट
सरकार किसानों के हित के लिए कई तरह की योजना चला रखी जिसमे सिंचाई को लेकर तालाब, कूप का निर्माण में काफी जोर है सरकार का, ताकि किसान को खेती के पानी के लिए भटकना न पड़े, लेकिन जहां भ्रष्टाचार हावी हो तो वहां विभाग और बिचोलिया ही मालामाल होंगे,सरकार के द्वारा बिचौलिया प्रथा को ख़त्म करने के लिए कई कदम उठाए गए लेकिन कोई न कोई रास्ता बिचौलिया ओर विभाग के पदाधिकारी खोज निकालते है,सरकार के जिम्मेदार पदाधिकारी, कर्मचारी और इंजीनियर विभाग और बिचौलिया की मिलीभगत से सरकार को लाखो करोड़ों रुपए का चुना लग जाता है, कनीय अभियंता, बिचौलिया और मुखिया के साथ मिलीभगत अगर हो जाए तो योजना का बंदरबांट तय है, जिसका जीता जागता उदाहरण लिट्टीपाड़ा प्रखंड के फूल पहाड़ी पंचायत के जिरली गांव से मामला प्रकाश में आया है जहां सिंचाई कूप निर्माण में जम कर लूट मची हुई है, ना पूरी तरह सिंचाई कूप का निर्माण हुआ है और न ही सूचना पट है, कूप निर्माण में बालू की जगह डस्ट का उपयोग किया है, कूप में घटिया किस्म का ईट का उपयोग किया है, कूप की गहराई भी कभी कम देखी जा रही हैं, ऐसे ऐसे कई कूप मिल जाएंगे लिट्टीपाड़ा प्रखंड में जहां कूप का निर्माण कम भ्रष्टाचार का निर्माण जायदा हुआ है यह सब कार्य में पंचायत सचिव रोजगार सेवक तक की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता है।यही वजह है कि क्रियान्वित योजनाओं में बिना काम किए ही हो जाती है पैसों की निकासी।इन सब मामले को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी से फोन के माध्यम से बातचीत की गई जहां बीडीओ ने स्थल की जांच करने की बात कही है।